विश्वास( VISHWAS)
"किसी के विश्वास का तू
विश्वास बन, बन किसी का सहारा ।
चंदर जी ने तब उनकी मदद की
जब सब ने कर लिया किनारा । "
एक लड़के का नाम राघव था, वह बेहद मेहनती था, पढ़ने में भी अच्छा था। उसका सुखी परिवार था।
अचानक एक दिन उसकी पिता की मौत हो गई। घर की सारी जिम़ेदारी राघव पर आ गई। उसके रिश्तेदारों ने भी उससे और उसकी मां से मुंह फेर लिया मदद करना तो दूर की बात है।
उसकी माँ ने उसे एक गहने से भरी एक पोटली दी और कहा, "इसे तुम चंदर जी की दुकान पर जा कर बेच देना देना। वह एक सुनार है मुझे उन पर विश्वास है क्योकि वह तुम्हारे पिता के करीबी थे। वह तुम्हारी मदद ज़रुर करेगे। । "
राघव ने ऐसा ही किया। वह चंदर जी की दुकान पर गया और उन्हे बताया की, “मैं राजन जी का बेटा हूं. पिता जी की मृत्यु हो गई है और मेरी पढाई और घर का खर्च चलाने के भी पैसा नहीं है.इस लिए मां ने मुझे आप के यह गहने बेचने भेजा है मां को विश्वास है की आप उसका ठीक मुल्य दिला दे गे."
चंदर जी ने पोटली खोली गहने देख कर, पोटली फिर से बंद कर दी.और कहा कि बेटा मां से कहना की बाजार में अभी मंदी चल रही है. गहने कुछ दिनों बाद बेचने ठीक रहेगे.
रही बात तुम्हारी पढाई और घर खर्च की तो तुम कालेज के बाद मेरी दुकान पर आ जाना और काम में मेरी मदद कर देना. मैं तुमे उसके बदले पैसे दे दिया करूगा.
तीन सालों बाद जब राघव की पढाई पूरी हो गई तो उसे चंदर जी ने कहा कि अब गहने बेचने का ठीक समय है. कल गहने ले आना.
राघव ने जब गहने की पोटली खोली तो वह हैरान रह गया. पोटली के सारे गहने नकली थे.वह तुरंत सेठ जी के पास गया और उसने पूछा, " पोटली में सारे गहने नकली थे, आप यह बात जानते थे. अपने मुझे तीन साल पहले क्यों नहीं बताया."
सेठ जी ने उसे बैठने को कहा और बोले, " जब तुम मेरे से मदद की अपेक्षा में आए थे तुमे विश्वास था की यह गहने बेच कर तुम दोनों की ज़िदगी चल जाएगी. और तुमे दूसरा विश्वास मेरे पर था कि मैं तुम्हारी मदद ज़रुर करूँगा.
अगर तब तुमे बता देता तो तुम्हारी हिम्मत टूट जाती दूसरा तुम को लगता कि शायद मैं किसी स्वार्थ के कारण ऐसा कह रहा हूं. मैंने अपने पिता जी से एक बात सिखी थी कि," जीवन में कोई तुम्हारी मदद मांगे तो उसके सारथी बनना ना कि स्वार्थी।"
अब तुम्हारी पढाई पूरी हो गई है और तुम्हारे पास तीन साल काम का अनुभव भी हो गया है.अब तुम शहर में किसी गहनों के शोरूम में नौकरी कर सकते हो."
जिदंगी में जब भी कोई आप पर इतना विश्वास करे तो कोशिश करे की आप उसका वो विश्वास टूटनें ना दे।
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