KARAM PHAL BHOGNA HI PADTA HAI
कर्म फल भोगना ही पड़ता है किसी को इस जन्म में किसी को अगले जन्म में
वह लड़का पूरी ईमानदारी से काम करता था और व्यापारी ने रहने के लिए उसे अपना पुराना मकान दे दिया था .कुछ ही सालों में उसका व्यापार बहुत ज्यादा तरक्की कर गया .एक बार किसी कंपनी से अच्छी डील हो गई और मुनाफा करोड़ों में हो गया .अब व्यापारी का व्यापार बढ़िया चल रहा था.
जब मुनाफा करोड़ों में होना शुरू हुआ तो उसे दसवां हिस्सा जो लाखों में बनता था देना मुश्किल लगता था . अब व्यापारी की नियत बदल गई उसे लगा मेरा व्यापार अच्छा चल रहा है अब इस लड़के के बिना भी मेरा व्यापार तरक्की कर लेगा .
उस लड़के को रास्ते से हटाने के लिए व्यापारी ने उसके खाने में कुछ मिला दिया . जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई . व्यापारी बहाने से उसे हस्पताल ले गया.वहां उसने डाक्टर के साथ मिलकर उसे जहर का इंजेक्शन लगवा दिया और लड़का मर गया.उस लड़के के आगे पीछे कोई भी पूछने वाला नहीं था . व्यापारी ने अपनी पत्नी को बोल दिया कि तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण उस लड़के की मौत हो गई.
लड़के की मौत के एक साल बाद उसके घर बेटा पैदा हुआ .उसके घर में बहुत खुशी मनाई गई .धीरे-धीरे लड़का बड़ा होने लगा. 21 साल का होते ही उसकी शादी कर दी. शादी के अगले दिन ही लड़का बीमार हो गया .उसे ऐसा ऐसा रोग लगा कि डाक्टरों को भी समझ में नहीं आता था कि उसकी बीमारी क्या है?
उसका सारा पैसा धीरे-धीरे खत्म होने लगा. लड़के की पत्नी को दिन-रात ताने सुनने पड़ते कि इसके आने से ही लड़का बीमार हुआ. इसकी किस्मत अच्छी नहीं है यह मनहूस है. अब व्यापारी की सारी जमा पूंजी, जायदाद लड़के की बीमारी के कारण खत्म हो गई थी.अब उसी पुराने टूटे-फूटे मकान में आ गया जो कभी उस लड़के को रहने के लिए दिया था.
लड़का एकदम मरने की कगार पर था. एक दिन जब व्यापारी की आंख लगी उसे सपने में वही लड़का दिखाई दिया जिसे उसने कुछ साल पहले जहर का इंजेक्शन लगवा कर मार दिया था. सपने में उसने पूछा सेठ जी क्या आप ने मुझे नहीं पहचाना?
मैं ही आपका बेटा बनकर इस जन्म में आया हूं .आपने मुझे दसवां हिस्सा देने की बजाय मरवाना सही समझा. अब उस दसवें हिस्से का कई गुना आपको मेरी बीमारी पर लगाना पड़ा . व्यापारी कहता है कि मैंने तो तुमे मरवाया तो अपने उस कर्म का फल भोग रहा हूँ.उस लड़की की क्या गलती है? उसने क्यों शादी के बाद एक दिन भी सुख का नहीं भोगा.
लडके ने कहा कि वह डाक्टर जिसने मुझे जहर का इंजेक्शन दिया था इस जन्म में वही मेरी पत्नी बनी है. मुझे इंजेक्शन लगाने के अगले दिन ही उसकी मौत हो गई थी . एक डाक्टर का कर्म होता है अपनी दवाई से किसी की जान बचाना ना कि उसकी जान लेना. वह भी अपने पिछले जन्म के कर्मों का ही फल भोग रही है. जब व्यापारी जानता था कि उस लड़के को इंजेक्शन लगाने के अगले दिन ही डाक्टर एक दुर्घटना में मर गया था. जिस दिन व्यापारी को सपना आया उसी दिन उस लड़के की मौत हो गई.
सच ही कहते हैं कर्म फल भोगना ही पड़ता है . व्यापारी को उसी जन्म में भोगना पडा़ उसका बेटा मर गया और उसकी जमीन जायदाद सब खत्म हो गई. डाक्टर को अगले जन्म में उसकी पत्नी बन कर भोगना पड़ा.
कर्म ही इंसान को महान या दुष्ट बनाते हैं
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