PRATHNA KI SHAKTI HEART TOUCHING STORY IN HINDI

 "प्रार्थना की शक्ति" कहानी में भक्त और भगवान के बीच के सुंदर रिश्ते का वर्णन है . कैसे एक भक्त की प्रार्थना के कारण ईश्वर ने सारा प्रयोजन किया.



कहते हैं कि प्रार्थना अगर सच्ची हो तो ईश्वर सही जगह पर सही व्यक्ति को आप की मदद के लिए जरुर भेज देते हैं. सच्चे मन से ईश्वर की गई प्रार्थना ईश्वर जरूर सुनते हैं.

एक बार शहर के बड़े डाक्टर हवाई जहाज से कही जा रहे थे. रास्ते में जहाज़ में तकनीकी खराबी होने के कारण उसके गंतव्य स्थान से पहले पायलट को जहाज की आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. 

डाक्टर साहब बहुत परेशान थे. उन्हें जरूरी काम से दूसरे शहर जाना था. जहाज को ठीक होने में पता नहीं था कितना समय लगेगा. उन्होंने ने उस शहर से टैक्सी से जाने का निर्णय किया. 

उन्होंने टैक्सी ड्राइवर से कहा कि मुझे जल्दी से जल्दी मेरे गंतव्य स्थान पर पहुँचा देना. टैक्सी ड्राइवर ने भी कहा कि मैं जल्दी आप को पहुँचा दूंगा. लेकिन शायद ईश्वर कुछ और ही चाहता था. थोड़ी देर में बारिश होनी शुरू हो गई और टैक्सी ड्राइवर रास्ता भटक गया.

डाक्टर साहब अभी रास्ता भटकने की बात से ही परेशान थे. उसी समय टैक्सी का टायर पंचर हो गया . डाक्टर साहब सोच रहे ना जाने कौन सी घड़ी में घर से निकला? 

टैक्सी ड्राइवर कहने लगे कि डाक्टर साहब सामने एक छोटा सा घर है. जब तक मैं टायर ठीक कर रहा हूँ आप वहाँ आश्रय ले लो. डाक्टर साहब ने घर का दरवाजा खटखटाया तो एक आवाज़ आई, भाई जो भी है अंदर आ जाओ. मैं अपने कृष्णा जी से प्रार्थना कर रही हूँ.

डाक्टर साहब ने देखा कि एक बूढ़ी औरत श्री कृष्ण की तस्वीर के सामने बैठ कर प्रार्थना कर रही थी और पास में बिस्तर पर एक छोटा सा बच्चा लेटा हुआ था . कुछ समय के बाद जब बुढ़ी औरत प्रार्थना कर उठी.  डाक्टर साहब ने उन्हें बताया कि मेरी टैक्सी का टायर पंचर हो गया है. टैक्सी ड्राइवर टायर ठीक कर रहा है. 

बूढ़ी औरत ने उनसे चाय - पानी के लिए पूछा. डाक्टर साहब ने मना कर दिया. फिर वह औरत अपने पोते को खाना खिलाने लगी . डाक्टर साहब ने उस औरत से बच्चे के माता - पिता के बारे में पूछा. उसने बताया कि यह मेरा पोता है. इसके माता पिता यानि के मेरा बेटे और बहू की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी.

 मेरा पोता भी बहुत दिनों से बीमार है . गाँव के डाक्टर को दिखाया तो उन्होंने कहा कि इसे दिल की बिमारी है. इसका इलाज बड़े शहर के डाक्टर ही कर सकते हैं. मेरे पास इलाज कराने का ना तो पैसे है और ना ही कोई साधन है जिससे मैं अपने पोते को बड़े शहर लेकर जा सकू.

इसलिए मै हर रोज अपने कान्हा जी से प्रार्थना करती हूँ कि मेरे पास तो पैसे और साधन नहीं है. लेकिन कान्हा जी के आपके लिए तो कुछ भी असंभव नहीं है. आज भी जब आप आए तो मैं कान्हा जी से यही प्रार्थना कर रही थी कि प्रभु कोई ऐसा उपाय करो कि मेरे पोते का ईलाज शहर के बड़े डाक्टर साहब कर सके. 

यह सब सुनते - सुनते डाक्टर साहब की आंखों से आंसू बह रहे थे क्योंकि वह बूढ़ी औरत उनके बारे मैं ही बात कर रही थी. एक डाक्टर होने के नाते उन्होंने बहुत बार प्रार्थना की ताकत और ईश्वर के चमत्कार की अनुभूति हुई थी .

प्रार्थना की शक्ति का जो एहसास आज उन्होंने किया था वो अविश्वासनीय था . अब उन्हें एहसास हो रहा था कि उस औरत की ईश्वर से की गई प्रार्थना की शक्ति कितनी प्रबल थी . ईश्वर की प्रेरणा से पहले मेरे जहाज में तकनीक खराबी हुई.

 मैं तो टैक्सी टैक्सी ड्राइवर को रास्ता भटकने का जिम्मेदार ठहरा रहा था वो भी ईश्वर की प्रेरणा से ही हुआ. यह ईश्वर का चमत्कार ही था जो टैक्सी का टायर बिलकुल इस औरत के घर के सामने पंचर हुआ . 

डाक्टर साहब ने औरत को बताया कि माता जी आप की प्रार्थना कान्हा जी ने सुन ली. आप शहर के जिस बड़े डाक्टर की बात कर रही है , मैं वही डाक्टर हूँ. मैं आपके पोते का ईलाज करूँगा. 

डाक्टर साहब ने उसी टैक्सी ड्राइवर से उनके शहर के अस्पताल तक उनको और उस बूढ़ी औरत और उसके पोते को ईलाज के लिए लेकर जाने की बात कही. वह भी मान गया. डाक्टर साहब ने मुफ्त में उस बच्चे का ईलाज किया और बच्चे और उसकी दादी के खाने पीने की पूरी व्यवस्था की. 

आज डाक्टर साहब ने भक्त और भगवान के बीच के भक्ति के संबंध का भी एहसास हुआ था कि भक्ति अगर सच्ची हो तो भक्त की विपदा हरने का उपाय ईश्वर स्वयं कर देते हैं . वह औरत श्री कृष्ण की अनन्य भक्ति करती थी . उसकी प्रार्थना शक्ति के बल पर ईश्वर ने उसके मन की कामनापूर्ति के लिए सारा प्रयोजन किया. 

जय श्री कृष्णा.

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