KAMIKA EKADASHI VRAT KATHA SIGNIFICANCE
कामिका एकादशी व्रत कथा महत्व
कामिका एकादशी 2023
13 July
Significance of Kamika Ekadashi(कामिका एकादशी महात्म)
इस व्रत को करने से मनोकामना पूर्ण होती है ।ब्रह्म हत्या के दोष का निवारण होता है, पापों से मुक्ति होती है ।इस एकादशी की कथा सुनने से भी वाजपेय यज्ञ का फल प्राप्त होता है इस व्रत के प्रभाव से मनुष्य स्वर्ग लोक में जाता है। इस दिन दीप दान करने से स्वर्ग में पितृ अमृत पान करते हैं।
Kamika Ekadashi vrat katha (कामिका एकादशी व्रत कथा)
SAWAN MASS KRISHNA PAKSH EKADASHI VRAT KATHA: एक गांव में क्षत्रिय रहता था। वह नेक दिल व्यक्ति था लेकिन वह बहुत क्रोधित स्वभाव का था। अपने क्रोधित स्वभाव के कारण उसकी किसी न किसी की बहस हो जाती थी। एक दिन उसका एक ब्राह्मण से झगड़ा हो गया। क्रोधित होकर उसने ब्राह्मण की हत्या कर दी।
जिस कारण उस पर ब्राह्मण हत्या का दोष लग गया। वह उस ब्राह्मण का क्रिया करना चाहता था लेकिन उसे उसकी अंतिम क्रिया में शामिल नहीं होने दिया गया।
उसने विद्वानों से ब्राह्मण हत्या से मुक्ति का उपाय पूछा। उन्होंने ने बताया कि श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन व्रत कर भगवान विष्णु का पूजन भक्ति भाव से करने पर उसे इस पाप से मुक्ति मिल सकती है।
उसने विद्वानों द्वारा बताई गई पूजा विधि से भगवान विष्णु का पूजन किया और विधिवत तरीके से व्रत किया जिसके प्रभाव से उसे ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति मिल गई
कामिका एकादशी व्रत विधि
एकादशी वाले दिन प्रातःकाल स्नान के पश्चात नारायण भगवान का पूजन करना चाहिए.
इस दिन विष्णु भगवान के शंख, चक्र, गदा और पदम् धारी रूप की पूजा करनी चाहिए
उनके नामों का जाप, आरती पढ़ना चाहिए
भगवान को तुलसी दल अर्पित करना चाहिए क्योंकि को स्वर्ण और चांदी के दान के बराबर माना गया है
कामिका एकादशी के दिन दीप दान और रात्रि जागरण का विशेष महत्व माना गया है।
द्वादशी के दिन किसी ब्राह्मण को भोजन कराने के पश्चात व्रत का पारण करना चाहिए.
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