GURU PURNIMA QUOTES IN HINDI
गुरु पूर्णिमा कॉटस हिन्दी में
गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाँय।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो मिलाय।।
गुरु कुम्हार शिष कुंभ है, गढ़ि - गढ़ि काढ़ै खोट।
अन्तर हाथ सहार दै, बाहर बाहै चोट।।
बंदऊँ गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा।
अमिअ मूरिमय चूरन चारू। समन सकल भव रुज परिवारू।
गुरु शरणगति छाडि के, करै भरोसा और।
सुख संपती को कह चली, नहीं नरक में ठौर।।
गुरु बिन ऐसी कौन करै।
माला तिलक मनोहर बाना, ले सिर छत्र धरै।
भवसागर तै बूडत राखै, दीपक हाथ धरे।
सूर श्याम गुरु ऐसौ समरथ, छिन में ले उधरे।
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
भावार्थ: गुरु ब्रह्मा है, गुरु विष्णु है, गुरु महेश है; गुरु ही साक्षात् परब्रह्म है, ऐसे सद्गुरु को प्रणाम।
करता करे ना कर सके,
गुरु करे सब होय
सात द्वीप नौ खंड में गुरु से बड़ा ना कोय
नास्ति मातृसमो गुरुः ।
भावार्थ- इस संसार में माँ के समान कोई गुरु नहीं है।
सतगुरु आप समर्थ है,
सन्मार्ग के बीच।
बचा कर मिथ्या से मुझे,
हरे भाव सब नीच।
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