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Showing posts from July, 2023

FRIENDSHIP DAY QUOTES IN SANSKRIT HINDI

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मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं संस्कृत में  Friendship Day: मित्रता दिवस भारत में अगस्त महीने के पहले रविवार को मनाया जाता है। मित्रता दिवस के दिन लोग अपने मित्रों को फ्रेंडशिप बैंड बांधते हैं। फूल ग्रिटिंग कार्ड और उपहार देते हैं। जो मित्र दूर होते हैं उनको बधाई संदेश भेजते हैं। 2024 में National Friendship Day 4 अगस्त को मनाया जाएगा है। Friendship Day quotes in Sanskrit 1. आढ् यतो वापि दरिद्रो वा दुःखित सुखितोऽपिवा ।  निर्दोषश्च सदोषश्च व्यस्यः परमा गतिः ॥ भाव- धनवान हो या दरिद्र, दुःखी हो या सुखी, निर्दोष हो या सदोष – मित्र ही मनुष्य का सबसे बड़ा सहारा होता है। श्री राम और निषादराज जी की मित्रता की कहानी 2. चन्दनं शीतलं लोके,चन्दनादपि चन्द्रमाः। चन्द्रचन्दनयोर्मध्ये शीतला साधुसंगतिः।। भाव- इस संसार में चन्दन को सबसे अधिक शीतल माना गया है लेकिन चन्द्रमा चन्दन से भी शीतल होता है परन्तु एक अच्छे मित्र की संगति चन्द्रमा और चन्दन दोनों से शीतल होती हैं। ⁣3. संयोगः शाश्वतोऽस्तु नौ। हम दोनों की मित्रता सदा बनी रहे।⁣ ⁣ ⁣4.माता मित्रं पिता चेती स्वभावात् त्रतयं हितम्।  कार्यकारणतश्चान्ये

GANESH JI KO TULSI KYON NAHIN CHADHAI JATI

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LORD GANESHA:गणेश जी को तुलसी क्यों नहीं चढ़ाई जाती  गणेश जी  भगवान शिव और मां पार्वती के पुत्र हैं और उनको प्रथम पुज्य माना जाता है। गणेश जी अपने भक्तों के विध्नों को हर लेते हैं। गणेश जी को लड्डू, मोदक का भोग अति प्रिय है। गणेश जी को दूर्वा, फूल, सिंदूर अर्पित किया जाता है। लेकिन गणेश जी की पूजा में तुलसी चढ़ाना वर्जित है। इसके पीछे एक पौराणिक कथा है।  why is Tulsi not offered to lord Ganesha( गणेश जी को तुलसी भोग क्यों अर्पित नहीं किया जाता) एक पौराणिक कथा के अनुसार एक बार गणेश जी गंगा किनारे तपस्या में लीन थे। धर्मात्मज राजा की पुत्री जिसका नाम तुलसी था वह विवाह की इच्छा से तीर्थ यात्रा पर निकली और वर की तलाश में वह गंगा किनारे पहुंची। वहां तपस्या में लीन गणेश जी के सुंदर और आकर्षक रूप को देखकर उसके मन में उनके प्रति आकर्षण पैदा हुआ।  उसने विवाह की इच्छा से गणेश जी की तपस्या को भंग कर दिया। गणेश जी ने उसे कहा की किसी की तपस्या भंग करना अशुभ होता है और स्वयं को ब्रह्माचारी बताकर उसके विवाह प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। तुलसी ने विवाह प्रस्ताव ठुकराने से क्रोधित होकर गणेश जी को श्राप

KANHA KE LIYE SHREE RADHA KE LIYE BHAJAN LYRICS

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कान्हा के लिए, श्री राधा के लिए भजन लिरिक्स इन हिन्दी  कान्हा के लिए, श्री राधा के लिए कान्हा के लिए, श्री राधा के लिए  मेरा सब कुछ है अर्पण  मेरा सब कुछ है अर्पण   कान्हा के लिए,श्री राधा के लिए कान्हा के लिए, श्री राधा के लिए मेरा सब कुछ है अर्पण  मेरा सब कुछ है अर्पण युगलाष्टकम संस्कृत श्लोक हिन्दी अर्थ सहित रहूं चरणों में हमेशा के लिए रहूं चरणों में हमेशा के लिए मेरा और कहीं ना लागे मन मेरा और कहीं ना लागे मन।  कान्हा के लिए,श्री राधा के लिए जीवन की है जो डोर मेरे गुरुदेव के लिए। कान्हा के लिए,श्री राधा के लिए जीवन की है जो डोर मेरे गुरुदेव के लिए। ALSO READ  मधुराष्टकं लिरिक्स हिंदी अर्थ सहित श्री कृष्ण लड्डू गोपाल के 108 नाम श्री कृष्ण को लड्डू गोपाल क्यों कहा जाता है श्री कृष्ण के कंजूस भक्त की कथा द्रोपदी कृत श्री कृष्ण स्तुति कृष्ण सुदामा और माया श्री कृष्ण के भक्त का प्रसंग श्री कृष्ण ने सत्यभामा कैसे चूर किया श्री कृष्ण ने अपने गुरु को क्या गुरु दक्षिणा दी

RADHA KISHORI DAYA KARO BHAJAN LYRICS IN HINDI

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राधा किशोरी दया करो भजन लिरिक्स इन हिन्दी  राधे किशोरी दया करो  राधे किशोरी दया करो श्यामा लाड़ली दया करो श्यामा लाड़ली दया करो दया करो राधे दया करो  दया करो राधे दया करो  दया करो राधे दया करो  दया करो राधे दया करो  श्यामा लाड़ली दया करो राधे किशोरी दया करो। हमसे दीन न कोई जग में हमसे दीन न कोई जग में बाण दया की टनक धरो बाण दया की टनक धरो राधे किशोरी दया करो श्यामा लाडली दया करो सदा धरी दीनन पाई श्यामा सदा धरी दीनन पाई श्यामा ये विश्वास जो मन ही खरो ये विश्वास जो मन ही खरो राधे किशोरी दया करो श्यामा लाडली दया करो ।2। विषम विषय विष ज्वाल माल में विषम विषय विष ज्वाल माल में विविध ताप तापन जू जरियो विविध ताप तापन जू जरियो राधे किशोरी दया करो श्यामा लाडली दया करो ।3। कबहु तो करुणा करोगी श्यामा, कबहु तो करुणा करोगी श्यामा। यही आसते द्वार परियो, यही आसते द्वार परियो। राधे किशोरी दया करो, श्यामा लाडली दया करो श्यामा लाडली दया करो।4। दया करो राधे दया करो दया करो राधे दया करो दया करो राधे दया करो दया करो राधे दया करो राधे किशोरी दया करो राधे किशोरी दया करो श्यामा लाडली दया करो श्यामा लाडली दया

OPPENHEIMER AND BHAGVAD GITA IN HINDI

ओपेनहाइमर क्रिस्टोफर का भगवद् गीता से क्या था कनेक्शन हॉलीवुड फिल्म  OPPENHEIMER, जुलाई को 21 रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म Father of Atom Bomb कहे जाने वाले भौतिक विज्ञानी और मेनहट्टन प्रोजेक्ट के निर्देशक Robert Oppenheimer पर आधारित है। ओपेनहाइमर हिन्दू धर्म के‌ महाकाव्य भगवद् गीता से बहुत प्रभावित थे। इस फिल्म में मशहूर अदाकार Cillian Murphy ओपेनहाइमर का किरदार निभा रहे हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया कि उन्होंने फिल्म में अपने किरदार की तैयारी के लिए भगवद् गीता पढ़ी है। यह एक बहुत ही सुन्दर रचना है।  CONNECTION BETWEEN BHAGVAD GITA AND OPPENHEIMER  ओपेनहाइमर भगवद् गीता से से बहुत प्रभावित थे। उन्होंने भगवद् गीता को यथार्थ रूप में पढ़ने के लिए संस्कृत भाषा सीखी थी‌ क्योंकि वह भगवद् गीता को उसी भाषा में पढ़ना चाहते थे। यहां तक कि वह अपने दोस्तों को भी भगवद् गीता पढ़ने के लिए कहते थे।  जब मेक्सिको के ट्रिनिटी परमाणु बम का परीक्षण हुआ तो उन्हें भगवद् गीता की पंक्तियां स्मरण हो आई- यदि एक हजार सूर्यों का प्रकाश आकाश में फूट पड़े, तो वह विराट पुरुष के उस प्रकाश की समानता ना कर सके।

GANESH JI KI BHAKT KI KAHANI

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 गणेश जी की भक्त अंधी बुढ़िया की कथा  गणेश जी (lord Ganesha) भगवान शिव और मां पार्वती के पुत्र हैं। गणेश जी सब पर कृपा करते हैं। जो भक्त गणेश जी की पूजा आराधना करते हैं ,गणेश जी उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। पढ़ें गणेश जी की एक प्रिय भक्त की कथा। Ganesh ji aur Budhiya ki kahani: एक बुढ़िया रात दिन गणेश जी की भक्ति करती थी। बुढ़ापे के कारण उसको आंखों में नज़र नहीं आता था। घर में दरिद्रता थी। लेकिन उसका बेटा और बहू उसकी खूब सेवा करते थे। उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर एक दिन गणेश जी प्रकट हो गए। गणेश जी बोले- मैं तुम्हारी भक्ति से प्रसन्न हूं। तुम मुझ से एक वरदान मांग लो।  बुढ़िया बोली कि महाराज मुझे तो कुछ मांगना ही नहीं आता। गणेश जी कहने लगे कि," ठीक है! तुम अपने बेटे और बहू से सलाह कर लो फिर मैं तुम को वरदान दे दूंगा और गणेश जी अंतर्ध्यान हो गए। बुढ़िया ने अपने पुत्र से पूछा बेटा गणेश जी ने मुझ से एक वरदान मांगने को बोला है," मैं क्या वर मांगू?" बेटा बोला- मां गणेश जी से धन वैभव मांग लो फिर हमारी दरिद्रता दूर हो जाएगी। बहू ने कहा- मांजी गणेश जी से अपने लिए पोता मांग

ADHIK MASS PARMA EKADASHI VRAT KATHA SIGNIFICANCE

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अधिक मास परमा एकादशी 2023  SATURDAY, 12 AUGUST 2023 अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को परमा एकादशी कहा जाता है। इसे हरिबल्लभा एकादशी भी कहा जाता है। इस एकादशी में नरोत्तम भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने से दुर्लभ सिद्धियों की प्राप्ति होती है। परमा एकादशी व्रत से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।  प्रत्येक मास में दो एकादशी आती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में।  इस तरह एक वर्ष में 24 एकादशियां आती है। लेकिन 2023 में अधिक मास होने के कारण इस बार 26 एकादशी आएगी। अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मिनी एकादशी और कृष्ण पक्ष की परमा एकादशी कहा जाता है।   Significance of parma Ekadashi परमा एकादशी का महात्म्य परमा एकादशी का महत्व भगवान श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को बतलाया था।‌‌ एकादशी का व्रत करने से समस्त पाप नष्ट होते हैं और इस लोक में सुख प्राप्त करने के पश्चात अंत में मुक्ति प्राप्त होती हैं। परमा एकादशी का व्रत करता है उसे तीर्थों के दान आदि का फल मिलता है । अधिक मास सभी मास में उत्तम है। इस मास में पंच रात्रि व्रत अत्यंत पुण्य देने वाला है। मल मास के कृष्ण पक्ष की परमा एकाद

108 NAMES OF LORD SHIVA WITH MEANING

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सावन‌ मास में पढ़ें भगवान शिव के 108 नाम अर्थ सहित  भगवान शिव, त्रिदेवों ब्रह्मा, विष्णु, महेश में से एक है। भगवान ब्रह्मा जी सृष्टि का निर्माण करते हैं, विष्णु जी पालनकर्ता कहा जाता है और भगवान शिव को संहारक कहा जाता है। भगवान शिव अपने भक्तों पर बहुत शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। सावन मास भगवान शिव को अति प्रिय है ।  सावन मास में भगवान शिव के नाम का जाप विशेष फलदाई माना है।  BHAGWAN SHIV KE 108 NAMES ARTH SAHIT   1- शिव - कल्याण स्वरूप 2- महेश्वर - माया के अधीश्वर 3- शम्भू - आनंद स्वरूप वाले 4- पिनाकी - पिनाक धनुष धारण करने वाले 5- शशिशेखर - सिर पर चंद्रमा धारण करने वाले 6- वामदेव - अत्यंत सुंदर स्वरूप वाले 7- विरूपाक्ष - ‍विचित्र आंख वाले( शिव के तीन नेत्र हैं) 8- कपर्दी - जटाजूट धारण करने वाले 9- नीललोहित - नीले और लाल रंग वाले 10- शंकर - सबका कल्याण करने वाले 11- शूलपाणी - हाथ में त्रिशूल धारण करने वाले 12- खटवांगी- खटिया का एक पाया रखने वाले 13- विष्णुवल्लभ - भगवान विष्णु के अति प्रिय 14- शिपिविष्ट - सितुहा में प्रवेश करने वाले 15- अंबिकानाथ- देवी भगवती के पति 16- श्रीकण्ठ - सुंदर क

SAWAN SOMVAR QUOTES IN SANSKRIT AUR IN HINDI

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 सावन‌ मास की हार्दिक शुभकामनाएं भगवान शिव अपने भक्तों पर बहुत शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं।  सावन मास भगवान शिव को अति प्रिय है ।  सावन मास में  भगवान शिव  के नाम का जाप विशेष फलदाई माना है। सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। सावन सोमवार में भक्त सोमवार के व्रत रखते हैं।  1. ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।। सावन सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं।  sawan somvar quotes in Sanskrit 2.महेशं सुरेशं सुरारातिनाशं विभुं विश्वनाथं विभूत्यङ्गभूषम्। विरूपाक्षमिन्द्वर्कवह्नित्रिनेत्रं सदानन्दमीडे प्रभुं पञ्चवक्त्रम्। भगवान शिव की कृपा आप सब पर बनी रहे।  सावन‌ मास आप सबके लिए मंगलकारी हो। Bhai dooj quotes in Sanskrit   3. नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मै न काराय नमः शिवायः।। सावन सोमवार भगवान शिव की कृपा सदैव बनी रहे।  करालं महाकाल कालं कृपालं।  गुणागार संसारपारं नतोऽहं।  महाकाल की कृपा आप पर बनी रहे।  ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि       तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्!  भोलेनाथ की कृपा से आपका दिन

ADHIK MASS PADMINI EKADASHI VRAT KATHA SIGNIFICANCE

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अधिक मास पद्मिनी एकादशी व्रत 2023 Saturday,29 July 2023 Padmini Ekadashi:अधिक मास के शुक्ल पक्ष (Adhik mass shukal paksh)की एकादशी को पद्मिनी एकादशी कहा जाता है। एकादशी का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। एकादशी व्रत का बहुत ही फलदायी माना जाता है। एकादशी को हरि वासर नाम से भी जाना जाता है। प्रत्येक मास में दो एकादशी आती है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। इस तरह एक वर्ष में 24 एकादशियां आती है। लेकिन 2023 में अधिक मास होने के कारण इस बार 26 एकादशी आएगी। अधिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मिनी एकादशी और कृष्ण पक्ष की परमा एकादशी कहा जाता है।  Significance of Padmini Ekadashi पद्मिनी एकादशी का महत्व  धर्मराज युधिष्ठिर ने श्रीकृष्ण से अधिक मास की एकादशी का महत्व पूछा था। श्री कृष्ण कहने लगे कि," पुरूषोत्तम मास, मलमास में आने वाली पद्मिनी एकादशी अनेक पुण्यों को प्रदान करने वाली है। एकादशी व्रत करने वाले यशस्वी होते हैं।" पद्मिनी एकादशी में श्री राधा कृष्ण और मां पार्वती और भगवान शिव का पूजन विशेष फलदाई माना जाता है। गुरु की निंदा नहीं करनी चाहिए। धर्मशास्त्रों की कथा