KRISHNA QUOTES IN SANSKRIT

 कृष्णा के मंत्र हिन्दी अर्थ सहित 

 भगवान श्री कृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार है। 
श्री कृष्ण का जन्म भाद्रमास की अष्टमी तिथि को रोहणी नक्षत्र में हुआ था। इस लिए इस तिथि को ‌‌कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है। कृष्ण माँ देवकी और वासुदेव के पुत्र थे। उनका नाम भक्तों को भव सागर से पार उतारने वाला है।

SHRI KRISHNA SANSKRIT MANTRA WITH MEANING IN HINDI 



ॐ श्री कृष्णः शरणं मम: श्लोक हिन्दी अर्थ सहित कृष्ण जन्माष्टमी शुभाशया lord Krishna mantra

ॐ श्री कृष्णः शरणं ममः।

भावार्थ- हे श्री कृष्ण! मैं विनती करता हूं कि आप मुझे अपने संरक्षण में ले लो। 

जिह्वे सदैवम् भज सुंदरानी, नामानि कृष्णस्य मनोहरानी श्लोक हिन्दी अर्थ के साथ lord Krishna mantra

   जिह्वे सदैवम् भज सुंदरानी,  

    नामानि कृष्णस्य मनोहरानी। 

    समस्त भक्तार्ति विनाशनानि,

      गोविन्द दामोदर माधवेति॥

भावार्थ- हे जिह्वा! तू सदैव श्री कृष्ण के इन मनोहर नामों- गोविन्द, दामोदर, माधव का जाप कर, जो अपने भक्तों की समस्त बाधाओं का विनाश करने वाले हैं।


ॐ कृष्णाय नमः।

भावार्थ- हे श्री कृष्ण, मेरा नमन स्वीकार करो।


ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने॥ मंत्र का हिन्दी अर्थ Janmashtami ki shubhkamnaye lord Krishna mantra

ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने॥ 

  प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:॥

भावार्थ-हे वासुदेव नंदन परमात्मा स्वरूप श्री कृष्ण आपको प्रणाम है। उन गोविन्द को पुनः प्रणाम वह हमारे कष्टों को हरे।

कलि काले नाम रूपे कृष्ण अवतार मंत्र का हिन्दी अर्थ जन्माष्टमी की शुभकामनाएं संस्कृत में

कलि काले नाम रूपे कृष्ण अवतार। 

 नाम हइते सर्व जगत निस्तार।।

भावार्थ- श्री कृष्ण तथा कृष्ण नाम अभिन्न हैं। कलियुग में श्री कृष्ण स्वयं हरिनाम के रूप में अवतार लेते है। केवल हरिनाम से ही सम्पूर्ण संसार का उद्धार संभव है।

श्री कृष्ण के भक्त नरसी मेहता की कहानी 

ॐ देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते मंत्र अर्थ सहित

ॐ देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते ।

 देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः ।

 भावार्थ - मां देवकी और वासुदेव के पुत्र हे गोविन्द! हे जगन्नाथ श्री कृष्ण मुझे आपकी तरह पुत्र प्रदान करें मैं आपकी शरण में आया हूं।


ईश्वरः परमः कृष्णः सच्चिदानन्दविग्रहः मंत्र का अर्थ krishna janmashtami wishes in hindi Sanskrit

ईश्वरः परमः कृष्णः सच्चिदानन्दविग्रहः।

अनादिरादिर्गोविन्दः सर्वेकारणकारणम् ॥

भावार्थ- भगवान तो श्री कृष्ण हैं, जो सच्चिदानन्द स्वरुप हैं। उनका कोई आदि नहीं है, क्योंकि वे प्रत्येक वस्तु के आदि हैं, भगवान गोविंद समस्त कारणों के कारण हैं।

Krishna Janmashtami quotes wishes shloka in hindi Sanskrit

वसुदेव सुतं देवं कंस चाणूर मर्दनम्।

देवकी परमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्॥

 मैं वसुदेव के पुत्र, देवकी के परमानन्द, कंस और चाणूर का मर्दन करने वाले,समस्त विश्व के गुरू भगवान कृष्ण की वन्दना करता हूँ। 


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