SHRI GANESH SANSKRIT SHLOK
गणेश जी के श्लोक मंत्र स्तुति संस्कृत में
गणेश जी भगवान शिव और मां पार्वती के पुत्र हैं। गणेश चतुर्थी को गणेश जी के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन पूरे देश के लोग गणेश जी की पूजा अर्चना करते हैं. लेकिन महाराष्ट्र, गुजरात में यह पर्व विशेष धूमधाम से मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी पर पढ़ें गणेश जी के श्लोक
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
श्री गणेश गायत्री मंत्र
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
ॐ गं गणपतये नमः।
गणेश जी 12 नाम मंत्र संस्कृत में
1. ऊँ सुमुखाय नम:
2. ऊँ एकदंताय नम:
3. ऊँ कपिलाय नम:
4. ऊँ गजकर्णकाय नम:
5. ऊँ लंबोदराय नम:
6. ऊँ विकटाय नम:
7. ऊँ विध्ननाशाय नम:
8. ऊँ विनायकाय नम :
9. ऊँ धूम्रकेतवे नम:
10. ऊँ गणाध्यक्षाय नम:
11. ऊँ भालचंद्रराय नम:
12. ऊँ गजाननाय नम:
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश पाहिमाम,
जय गणेश जय गणेश जय गणेश रक्षमाम।।
मुदाकरात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं,
कलाधरावतंसकं विलासिलोकरक्षकम्।
अनायकैकनायकं विनाशितेभदैत्यकं,
नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम्।।
पढ़ें गणेश रक्षा स्तोत्र जय गणेश जय गणेश
गुणशरीराय गुणमण्डिताय गुणेशानाय धीमहि
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि
ALSO READ
गणेश चतुर्थी पर चंद्रमा क्यों नहीं देखना चाहिए
श्री गणेश आरती जय गणेश जय गणेश देवा
Comments
Post a Comment