KARWA CHAUTH GEET LE VEROO KUDIYE KARWADA
करवा चौथ के दिन थाली बटाते गाया जाने वाला गीत लै वीरो कुड़िये करवड़ा करवा चौथ व्रत का हिन्दू सनातन धर्म में विशेष महत्व है। यह व्रत सुहानिग स्त्रियां अपने पति की दीर्घ आयु की कामना से रखती है। करवा चौथ व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता हैं। करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं अपनी पति की दीर्घायु के निर्जला व्रत रखती है। शाम को कथा सुनकर करवडा बटाती है। पढ़ें थाली बटाते समय बोला जाने वाला गीत - लै वीरो कुड़िये करवड़ा, लै सर्व सुहागन करवड़ा लै करवड़ा वटाइये, जीवंदा झोली पाइये ऐ कत्ती ना अटेरीं ना, घुम्म चरखड़ा फेरीं ना वान पैर पाईं ना, सुई च धागा पाईं ना रुठड़ा मनाईं ना, सुतड़ा जगाईं ना भैन प्यारी वीरां, चन्न चढ़े ते पानी पीना लै वीरो कुड़िये करवड़ा, लै सर्व सुहागन करवड़ा । थाली बटाते समय सातवीं बार बोला जाता है कि - लै वीरो कुड़िये करवड़ा, लै सर्व सुहागन करवड़ा लै करवड़ा वटाइये, जीवंदा झोली पाइये कत्त लई अटेर लई घुम्म चरखड़ा फेरीं लई वान पैर पाईं लई, सुई च धागा पा लई रुठड़ा मना लई, सुतड़ा जगा लई भैन प्यारी वीरां, चन्न चढ़े ते पानी पीना लै वीरो कुड़