रक्षा सूत्र मंत्र का अर्थ मंत्र - येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल: । तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:।। भावार्थ - जिस रक्षा सूत्र से दानवीर राजा बलि बांधे गए थे मैं भी उसी रक्षा सूत्र से तुम को बांधता हूं यानि धर्म के प्रति बद्ध करता हूं। हे रक्षे (रक्षा सूत्र) चलायमान न हो , चलायमान न हो। Bhai dooj quotes in Sanskrit कलावा या मौली को रक्षा सूत्र भी कहते हैं। रक्षा सूत्र बांधते समय ब्राह्मण या पुरोहत अपने यजमान को कहता है कि जिस रक्षासूत्र से दानवीर राजा बलि धर्म के बंधन में बांधे गए थे अर्थात् धर्म में बंधे थे मैं उसी सूत्र से आपको बांधता हूं, यानी धर्म के लिए प्रति बद्ध करता हूं। फिर ब्राह्मण या पुरोहित रक्षासूत्र से कहता है कि हे रक्षे(रक्षा सूत्र) चलायमान न हो , चलायमान न हो अर्थात तुम स्थिर रहना, स्थिर रहना। इस प्रकार रक्षा सूत्र का उद्देश्य ब्राह्मण या पुरोहित द्वारा अपने यजमानों को धर्म के लिए प्रेरित करना है। मां दुर्गा के संस्कृत श्लोक RAKSHA SUTRA SHLOK KA RAJA BALI SE SAMBHAB हिन्दू धर्म में रक्षा बंधन के त्योहार का विशेष महत्व है। रक्षा बंधन का त्योहार
Comments